हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की बारहवीं कक्षा के पेपर की मार्किंग का मामला दिन-ब-दिन गहराता ही जा रहा है| सरकारी स्कूल के अध्यापकों के मार्किंग से मना करने के बाद बोर्ड पेपर को निजी स्कूल के अध्यापकों और अतिथि अध्यापकों से चेक करवाने की योजना बना रहा था , लेकिन झज्जर के निजी स्कूल के टीचर और गेस्ट टीचर्स ने मार्किंग करने से मना कर दिया है | उनका आरोप है कि बोर्ड ने उनके साथ दोहरी नीति अपनाई हैं , इसलिए वे इसका विरोध कर रहे हैं।
उधर हिसार में भी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए कोई भी टीचर नहीं पहुंचा , हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिशएन के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि पेपरों का मूल्यांकन 7 नवंबर को शुरु होना था लेकिन मंगलवार को पांच दिन बाद भी उत्तर पुस्तिकाओं की सील बंद रही। ऐसे में परीक्षा परिणाम के आने में भी देरी हो सकती है। हसला के जिला प्रधान भगवान दत्त ने चेतावनी दी है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती वे अपने फैसले पर अडिग रहेंगे।