देशभर के ग्यारह सरकारी बैंकों के कर्मचारी एक दिन की देशव्यापी हड़ताल पर रहे हड़ताल यूनाइटेड फॉर्म के बैनर तले की जा रही है.. बैंककर्मियों की सरकार से मुख्य रुप ये मांगे है.. बैंककर्मियों के वेतनमान में इजाफा हो.. बैंकों के निजीकरण को रोका जाए.. बैंकों के लाइसेंस जो कॉर्पोरेट घरानों को दिए जा रहे है.. उस पर रोक लगाई जाए.. इनके आलावा भी हड़ताल पर बैठे बैंककर्मियों की कई और मांगे है। वहीं, हड़ताल पर बैठने से पहले बैंक कर्मचारियों ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए एटीएम में करेंसी डलवा दी. जिससे उपभोक्ताओं को हड़ताल से परेशानी का सामना ना करना पड़े। उधर, बैंकों में अपने कामों से आए.. लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.. कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी.. कि बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर है। ऐसा नहीं है कि बैंकों की हड़ताल से सिर्फ बैंक उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना है.. इस हड़ताल का असर दूसरी जनसुविधाओं पर देखने को मिला.. बहरहाल, बैंककर्मियों की इस हड़ताल का सरकार पर कोई असर पड़ता है या नहीं ये तो आने वाला वक्त बतायेगा लेकिन इस तरह की हड़ताल से उपभोक्ताओं को जरुर परेशानी होती है।