हरियाणा शिक्षक भर्ती बोर्ड का शिक्षा विभाग के लिए पीजीटी की भर्ती को लेकर विवाद थमा नहीं है… एक हजार से ज्यादा चयनित शिक्षकों को इसलिए नियुक्ति नहीं दी गई है… क्योंकि उन्होंने दूसरे राज्यों की यनिवर्सिटी से पीजी की है… इन शिक्षकों ने लगातार ये मांग उठाई है कि जब पहले विभाग इन विश्वविद्यालयों से पीजी करने वालों को प्रमोशन दे सकता है… तो उनको नियुक्ति क्यों नहीं दी जा रही… शिक्षकों का ये भी तर्क है कि उनके विश्वविद्यालय यूजीसी से मान्यता प्राप्त हैं, जबकि उनको नौकरी से वंचित किया जा रहा है… और जब इनका साक्षात्कार हुआ था, तब भर्ती बोर्ड ने इनके विश्वविद्यालयों को कैसे मान्य किया…. यदि बोर्ड सही है तो विभाग इसे गलत क्यों बता रहा है।