14 सिंतबर 2009,, एक ऐसी तारीख जिसने सबको हिला कर रख दिया था। उस काली रात को जो हुआ उससे सब हैरान थे। एक ही रात में एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या। और ये सब हुआ रोहतक के कबूलपुर गांव में। एक लड़की ने अपने प्यार को पाने के लिए अपने ही परिवार के साथ लोगों को मौत के घाट उतार दिया। और इसमें साथ दिया उसके प्रेमी नवीन ने। दरअसल दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे और दोनों का गौत्र भी एक था जिससे उनकी शादी सामाज को नामंजूर थी। फिर भी दोनों ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के पार्क में शादी कर ली थी। लेकिन दोनों का परिवार और समाज इसकी मान्यता नहीं देता था। इसलिए दोनों ने सोनम के परिवार को रस्ते से हटाने का फैसला किया और दे डाला एक ऐसी वारदात को अंजाम जिससे हर कोई कांप उठा। लेकिन किसी को जरा सा भी शक नहीं था कि इसी परिवार की लाडली ने सात हत्याओं की इस वारदात को अंजाम दिया। सात लोगों की हत्या के बाद पुलिस महकमें के भी होश उड़े हुए थे और मामले को सुलझाने का दबाव भी पुलिस पर था। लेकिन जब पुलिस ने हत्याकांड में बची सोनम और उसके प्रेमी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सोनम ने सच उगल दिया। जिसके बाद दोनों को आरोपी ठहराया गया था। धीरे धीरे मामले से जुड़ी कड़िया खुलती गई। और मंगलवार को रोहतक कोर्ट ने सोनम और उसके प्रेमी को दोषी ठहरा दिया। अब छह मार्च को इनकी सजा का ऐलान किया जाएगा। करीब साढ़े चार साल बाद कोर्ट ने दोनों को दोषी करार दिया है। अपने परिवार के सदस्यों की हत्या के बाद सोनम और उसके प्रेमी नवीन को पछतावा भी है लेकिन अब तो इनके भविष्य का फैसला अदालत ही करेगी। लेकिन ये सवाल सबको सोचने पर मजबूर कर देता ही परिवार के सात लोगों की हत्या के बाद उन्हे क्या मिला। शायद वो सब तो नहीं जो वो पाना चाहते थे। अब सभी को इंतजार है तो छह मार्च का। जब जिला अदालत इनकी सजा पर फैसला सुनाएगी।