परिंदो के लिए सरहद की कोई सीमा नहीं होती तभी तो परिंदे सात समंदर पार से भी यहां चले आते हैं। कुछ ऐसे प्रवासी मेहमान इन दिनों दिख रहे हैं गुडगांव की सुल्तानपुर झील में। जो गुडगांव से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रवासी पक्षिओं का स्वर्ग कहे जाने वाला सुल्तानपुर नेशनल पार्क में है। जहां पर आज कल विदेशी पक्षियों का शोर सुनाई देने लगा है। इन दिनों हर साल विदेशी पक्षी यहां अपना रैन बसेरा करते हैं। इस बार अभी तक प्रवासी पक्षियों की कुल मिलाकर की 22 प्रजातियां यहां देखने को मिल रही है।
दरअसल, साइबेरिया और यूरोप जैसे कई देशों में इनदिनों भारी बर्फबारी के कारण वहां के पक्षियों को खाना नहीं मिलता। जिस कारण ये पक्षी अपना देश छोड़ एशियाई देशों का रुख करते हैं। यहां सुलतानपुर लेक पर भी फरवरी महीने तक यहां रहते हैं और गर्मी शुरू होते वापिस अपने देश लौट जाते हैं। इस बार खास बात ये है कि गुडगांव प्रशासन ने इन पक्षियों की देख रेख के लिए झील पर CCTV कैमरे लगाये हैं।
लेकिन प्रशासन की लापरवाही की वजह से पिछले काफी समय से इन पक्षियों को देखने आने वाले पर्यटकों का निराशा हाथ लग रही है क्योंकि सुल्तानपुर झील का जल स्तर का पहले से खासा कम हो गया है। जिससे यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या में पहले से कमी आई है।