फतेहाबादः पंजाब हिमाचल से घग्घर नदी में आ रहे दूषित पानी के मामले को लेकर जिला प्रशासन ने ग्रीन ट्रिब्यूनल में जाने का निर्णय लिया है। जिले में बढ़ रहे हेपेटाइटिस-सी के मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया है। इससे पहले रोगियों ने सरकार व प्रशासन से घग्गर में आ रहे दूषित पानी को रोकने की गुहार लगाई थी। हेपेटाइटिस-सी की इस बीमारी से क्षेत्र में कई मौतें हो चुकी है ।
घग्घर नदी को वैसे तो पंजाब, हिमाचल और हरियाणा के किसानों के लिए लाइफ लाइन कहा जाता है, लेकिन अब घग्घर का दूषित पानी कई ईलाकों के लिए श्राप बनकर सामने आ रहा है। फतेहाबाद के रतिया ईलाके में इसी दूषित पानी की वजह से हैपटाइ्रटिस सी जैसी बिमारी ने महामारी का रूप ले लिया है। मामले में फतेहाबाद के उपायुक्त एन के सोंलकी ने कहा है कि जिले में जिन जिन जगह से घग्घर नदी गुजर रही है, वहां इसके पानी के प्रयोग से हेपेटाइटस सी व अन्य असाध्य रोग फैल रहे हैं। रतिया इलाके में 2 हजारके करीब हेपेटाइटस सी के पॉजिटिव मामले पाए जाने का मुख्य कारण भी यही है। वही रतिया स्वास्थ्स विभाग के एस.एम.ओ वी.के. जैन ने कहा कि घग्घर के दूषित पानी की वजह से रतिया में बिमारिंया फैल रही है।