कौशल्या डैम के निर्माण में हुई अनियमिताओं की जांच ने अब तेजी पकड ली है। हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो ने पंचकूला के पास बने कौशल्या डैम के निर्माण में अनियमिताओं की जांच का काम संभाल लिया है। कौशल्या डैम का निर्माण कार्य पूर्व कांग्रेस सरकार के शासनकाल में शुरू हुआ था। कौशल्या डैम को बनाने में करीब 51  करोड़ रूपए आंकी गई थी, लेकिन बाद में यह लागत 271  करोड़ रूपए तक पहुंच गयी थी।

प्रदेश की मौजूदा सरकार ने इस मामले पर विजिलेंस जांच करवाने के आदेश दिए थे। इस मामले पर विजिलेंस विभाग ने एक एसआईटी भी बनाई है। इसमें तीन अधिकारियों आईजी विजिलेंस रवि किरण, एसपी मनवीर  सिंह, XEN कंबोज को शामिल किया गया है।

इस मामले के शिकायतकर्ता विजय बंसल ने भी शुक्रवार को अपने बयान विजिलेंस को दर्ज करवाये। इस सारे मामले की जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता विजय बंसल ने बताया कि 3  दिसंबर को मुख्य मंत्री को शिकायत दी थी, उन्होंने बताया कि इस में सरकार को कई आरटीआई की जानकारियो भी दी गई हैं। इस पर अम्बाला से सांसद रतन लाल कटारिया का कहना है कि उन्होंने इस मामले पर एमपी बनने  से पहले सवाल उठाया था। पंचकूला से विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने भी इसमें करोड़ो रूपए बर्बाद किए जाने और निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की बात कही।

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