हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बीच यमुना एक सीमा का काम कर रही है। लेकिन अब उत्तर प्रदेश की तरफ से साढ़े तीन किलोमीटर लंबी और 30 फीट उंची पटरी बना दी गई है। ऐसे में हरियाणा के किसानों को इस पटरी से बेहद खतरा महसूस हो रहा है। किसानों की माने तो इस पटरी के बन जाने से जब यमुना में बाढ़ आएगी तो वो लोग अपनी जमीन से तो हाथ धो ही बैठेंगे।
ग्रामीणों की इसी मुसीबत पर गौर करते हुए इस बार प्रशासनिक अधिकारियों और विधानसभा अध्यक्ष कंवरपाल गुज्जर ने यहां का दौरा किया।उन्होंने भी माना कि यूपी सरकार ने मनमर्जी करते हुए ये पटरी बनाई है। जिसका खामियाजा यूपी से सटे हरियाणा के इलाके को होगा। साथ ही उन्होंने जल्दी ही इस समस्या का हल निकालने की बात भी कही।
हालांकि, इस समस्या को हल करने का आश्वासन मिलने के बाद यहां के लोगों में थोड़ी उम्मीद जगी है। लेकिन, यहां सोचने वाली बात ये है कि जब यूपी की ओर से यमुना पर ये पटरी बनाई जा रही थी तब इसकी भनक प्रशासन को क्यों नहीं लगी ?. क्योंकि अगर ऐसा हुआ होता तो भी पटरी बनने का काम बीच में ही रोका जा सकता था और ये विवाद ज्यादा ना बढ़ पाता।