ड्रगस मामले को लेकर आरोपों से घिरे मुक्केबाज बिजेन्दर के समर्थन में उनके दोस्त अर्जुन अवार्डी मुक्केबाज दिनेश कुमार भी अब सामने आए हैं। उनका कहना है कि बिजेन्दर का मामले से कोई लेनादेना नहीं है तथा उसे बेवजह फंसाय जा रहा है। बिजेन्दर के दोस्त एवं मुक्केबाज दिनेश कुमार का कहना है कि बिजेन्दर का मामले से कोई लेना देना नहीं है। उसे फंसाया जा रहा है। दिनेश का कहना है कि जिस गाड़ी को पुलिस ने जीरकपुर से बरामद किया बताया है वो गाड़ी तो दिनेश,बंटी एवं बॉक्सर रामसिंह खुद लेकर गए थे। दिनेश के अनुसार पंजाब पुलिस की सीआईए स्टाफ टीम के द्वारा रामसिंह के पास 7 तारीख को फोन किया गया था कि पूछताछ करनी है तथा वो थाने आए। इस पर रामसिंह ने दिनेश को जगाया व वे अपने एक अन्य साथी को लेकर बिजेन्दर की गाड़ी में सवार होगर फतेहगढ़ साहिब थाने पहुंच गए जहां पुलिस ने उनकसे गाड़ी ले ली। उसमें क्या रखा व क्यों रखा तथा क्या दिखाया गया,वे नहंी जानते मगर दिनेश ने कहा कि मामले में बिजेन्दर को फंसाया जा रहा है। बिजेन्दर द्वारा ड्रगस लिए जाने बोर पूछे जाने पर दिनेश ने कहा क िउसने उसके सामने कभी ड्रगस नहंी ली। वहंी कहलों के बारे में भी उसने कहा कि वो इस बारे में ना तो कुछ जानता व ना ही कुछ बता पाएगा। यह पूछे जाने पर कि बिजेन्दर निर्दोष है तो डोप टैस्ट एवं दूसरे परीक्षण करवाने से इंकार क्यों कर रहा है तो दिनेश ने कहा कि किसी मान्य एजेंसी से ही वो टैस्ट करवाएगा। उधर दिनेश ने ये भी कहा क िबिजेन्दर को फंसाया जा रहा है व बिजेन्दर ने हस्ताक्षर करने से भी इसीलिए इंकार किया था क्योंकि जो बातें लिखी गई थी वे पंजाबी भाषा में थी जिन्हें बिजेन्दर नहंी पढ़ सकता था। बहरहाल मामले में दिनेश के द्वारा खुलकर सामने आने के बाद मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है व सीधे तौर पर गाड़ी के मामले में दिनेश के भी शामिल होने के बाद व उसके बाद अब बयान दिए जाने से पंजबा पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही ऊंगलियां उठ रही हैं। सच्चाई क्या है जांच के बाद ही पता चलेगी मगर इतना तय है कि मामला बअ तूल पकड़ रहा है तथा बिजेन्दर की परेशानियां भी बढ़ सकती हैं।
बाईट:-दिनेश कुमार