घरौंडा का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केवल एक एंबुलेंस के भरोसे चल रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में केवल एक ही एंबुलैंस है जिसकी हालत भी कुछ ठीक नहीं है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजुद इस एंबुलैंस के टायर घिसे पड़े हैं और हॉर्न तक खराब पड़े हैं। वहीं, एंबुलैंस ड्राइवरों को एमरजेंसी के समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। घरौंडा के सामुदायिक केंद्र के हालात ऐसे हैं कि एंबुलैंस एक है और उसकी हालात भी खराब है। सामुदायिक केंद्र के ड्राइवर का कहना है कि गाड़ियों के सायरन खराब पड़े हैं और टायर की हालत खराब है।इन गाड़ियों का बीमा भी खत्म हो गया है और साथ ही गांव बरसत स्थित पीएचसी की एम्बुलेंस का बीमा समाप्त हो चुका है। अगर कभी कभार इन एम्बुलेंसों की सफाई आदि करवानी पड़ जाए तो अपनी जेब से ही करवानी पड़ती है। उधर अस्पताल की डॉ. अरसिया ने बताया कि उनके पास अस्पताल में एक एम्बुलेंस है और अगर ज्यादा मरीज हो तो कंट्रौल रुम करनाल से एम्बुलेंस बुला ली जाती है। एक एम्बुलेंस के लिए लिखा गया है। घरौंडा के सामुदायिक केंद्र और आस-पास के 104 गांवों के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए केवल तीन ही एंबुलैंस हैं। देखना होगा कि प्रशासन कब इन एंबुलैंस की हालत पर नजर डालता है।