घायलों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार की एम्बुलेंस सेवा जगाधरी में हांफती नजर आ रही है। यमुनानगर जिले को मिली एम्बुलेंस में से जहाँ दो एम्बुलेंस सड़क हदसे में कंडम हो चुकी है। बची हुई एम्बुलेंस में से ज्यादातर अपनी क्षमता से दो गुना चल चुकी हैं। ऐसे में मरीजों की जान हमेशा जोखिम में रहती है। अस्पताल परिसर में कंडम खड़ी एम्बुलेंस दरअसल 2009 में यमुनानगर को मिली थी। कुछ ही साल बाद ये हादसे का शिकार हो गई। वहीं उप सिविल सर्जन डाक्टर वीपी मान का कहना है कि 16 एम्बुलेंस सरकार ने दी थी। इनमें से 14 अभी भी चल रही हैं और अबतक दूर दराज इलाकों से हर महीने 200 से 250 तक मरीजों अस्पताल पंहुचा चुकी है।