इन्द्री के नगली घाट से उत्तर प्रदेश की सीमा को जोडऩे वाली यमुना नदी से पशु तस्करी करने का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी में यमुना घाटों के ठेकदार पशु तस्करों से मिलकर पशुओं को आसानी से उत्तर प्रदेश ले जाने का घिनौना काम कर रहे हैं। इंद्री के नगली घाट से उत्तर प्रदेश की सीमा को जोडने वाली यमुना नदी इन दिनों पशु तस्करों के लिए वरदान साबित हो रही है। पशु तस्कर यमुना नदी के घाटों पर ठेकेदारों से मिलकर आसानी से पशुओं को हरियाणा से उत्तर प्रदेश ले जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पशु तस्करी के लिए पुलिस और यमुना घाट के ठेकेदार जिम्मेदार हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मामले में अबतक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं पुलिस चौकी प्रभारी का कहना है कि नगली घाट समेत यमुना नदी के तीन घाटों पर पुलिस की कड़ी नजर है और पुलिस इन घाटों का मौका मुआयना करती रहती है और किसी भी घाट पर पशुओं की तस्करी नहीं होने दी जाएगी। ठेकेदारों के करिंदे पशुओं को यमुना नदी से पार करवाने में ना केवल मदद कर रहे है, बल्कि उन्हें वाहनों से यमुना नदी के दूसरे किनारे तक पहुंचाने जैसे गैरकानूनी काम भी कर रहे है। ऐसे में पुलिस के इन दावों के बावजूद यमुना नदी के घाटों से हो रही पशुओं की सरेआम तस्करी पुलिस और ठेकेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रही है।