आज नवरात्रों का छठा दिन है और इस दिन दुर्गा मां के छठे रुप मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना की की जाती है। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रुप में जन्म लिया था, इसीलिए वे कात्यायनी मां कहलाती है। मां के इस रुप के दर्शन और आराधना करने से भक्तों के हर काम आसान होते है और सभी रोग-शोक मिट जाते हैं। कात्यायनी मां की आराधना करने से भक्तों को सुख-शांति की प्राप्ति होती है।

 

 

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