नरवाना की अनाज मंडी में खरीद एजेंसी की ओर से लाखों रूपए की बोरियां खरीदी तो गई लेकिन 3 दिन बीत जाने के बाद भी उठान ना होने के कारण अनाज मंडी में जाम की स्थिति पैदा हो गई है। किसानों को भी चिंता सताने लगी है आखिरकार फसल को कहां उतारें। अगर जल्दी ही गेहूं का उठान नहीं किया गया तो अनाज मंडी में वाहन तो लाना दूर की बात पांव रखने की भी जगह नही बचेगी और गेहूं गिरवाना प्रशासन के लिए गले की फांस बन जाएगा।
मंडी में जहां भी देखें सिर्फ गेहूं की बोरियां ही दिखाई देती है। पिछले तीन दिनों में गेहूं खरीद एजेंसियों ने एक लाख से ज्यादा बोरियों की खरीद की है। हालात तो ऐसे हो गए हैं कि जल्द ही गेहूं का उठान शुरू नहीं करवाया गया तो पैर रखने की जगह भी अनाज मंडी में मिलना मुश्किल हो जाएगा। गेहूं को गोदामों में ले जाने वाले ठेकेदारों में भी इस स्थिति को देखकर रोष बना हुआ है। वो इतना परेशान हो चुके हैं कि उन्होंने उपायुक्त के पास अपनी समस्याओं को लेकर जाने की चेतावनी तक दे डाली है।
वहीं इस समस्या को लेकर हैफेड के मैनेजर का कहना है कि आढ़तियों की लापरवाही के कारण ये समस्या पैदा हुई। वे जल्द ही गेहूं का उठान की समस्या का समाधान कर लेंगे।
आरोप और प्रत्यारोप के बाद उठान नहीं होने की समस्या से निजात कब मिलेगा ये तो भविष्य में ही पता चलेगा।