भिवानी के बैंक ऑफ इंडिया में बतौर गॉर्ड की पोस्ट पर काम करने वाले बलवान ने बैंक में पैसे निकलवाने आए एक शख़्स को करीब बयालीस हज़ार रुपए लौटाकर ये साबित कर दिया कि ईमानदारी अभी जिंदा है। बता दे कि गांव नौरंगाबाद के रहने वाला वीरेंद्र बैंक से पैसे निकलवाने आया था और पैसे निकलवाकर जाते समय अचानक उसकी जेब से बयालीस हज़ार रुपये गिर गए थे, जिसे गार्ड बलवान ने बिना संकोच किए लौटा दिए।वहीं वीरेंद्र का कहना है कि जब उसे पैसे गायब होने का पता चला तो उसके पैरो तले ज़मीन खिसक गई और उसे भी विश्वास नहीं था कि गायब हुए पैसे वापिस मिल जाएगें। वीरेंद्र ने बताया कि बैंक पहुंचने पर जब बैंक की ओर से उसे गायब हुए पैसे सही सलामत लौटाए, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बैंक के गॉर्ड बलवान ने कहा कि बयालीस हज़ार रुपये उसके लिए कोई मायने नहीं रखते। गॉर्ड बलवान ने बताया कि उन्हें ये जज्बा फौज में नौकरी करने के बाद आया। वहीं बैंक के मैनेजर अरूण कुमार और हैड कैशियर ओमप्रकाश ने भी बैंक के गॉर्ड बलवान की ईमानदारी की सराहना करते हुए से उसे सम्मानित करवाए जाने की बात कही। कहना  होगा कि एक आम आदमी के लिए बयालीस हज़ार रुपये बहुत बड़ी रकम होती है और सके लिए बहुत मायने रखती है, लेकिन गॉर्ड बलवान ने ये पैसे लौटा कर देश-प्रदेश में चोरी-डकैती और भ्रष्टाचार करने वाले लोगों को सच्चाई का एक संदेश देने का काम किया है।

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