किसानों की परेशानी का कोई अंत नहीं है। पहले तो किसान गेहूं की ख़रीद शुरू नहीं होने से दुखी थे… रही सही कसर अब इंद्रदेवता ने पूरी कर दी है। प्रदेश के कई इलाकों में हुई बूंदा बांदी ने किसानों की चिंता बढा दी है। सोनीपत में सुबह हुई बरसात में हजारों टन गेहूं भीग गया। गेहूं को ढकने के लिए मंडी में तरपालों तक की कोई व्यव्सथा नहीं थी। ऱोहतक और कुरूक्षेत्र अनाज मंडी में भी खुले आसमान के नीचे रखा गेहूं अचानक हुई बरसात में भीग गया। किसानों की मेहनत पानी पानी हो रही है। इस लापरवाही के बाद प्रशासन के दावों की पोल खुल गई है।

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