हरियाणा की मंडियों में चालू खरीद मौसम के दौरान २३ अप्रैल तक ४१ लाख मीट्रिक टन गेंहू की आवक हुई है, जबकि पिछले साल इस तारीख तक ४० लाख मीट्रिक टन गेंहू की आवक हुई थी। हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एक अब तक1895 मीट्रिक टन गेंहू की खरीद निजी मिल मालिकों और व्यापारियों ने भी की है. २३ अप्रैल तक हैफेड ने 15.16 लाख, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 10.29 लाख, भारतीय खाद्य निगम ने 5.83 लाख, हरियाणा कृषि उद्योग निगम ने 3.85 लाख, हरियाणा भण्डारण निगम ने 3.83 लाख और कॉन्फेड ने 1.88 लाख मीट्रिक टन गेंहू की खरीद की है। राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री महेंद्र प्रताप के मुताबिक़ राज्य में गेहूं खरीद का काम ज़ोरों पर है और सभी मंडियों में सुचारू रूप से यह काम चल रहा है. अभी तक करनाल में सर्वाधिक 5.40 लाख मीट्रिक टन तो पंचकूला में सबसे कम 15 हज़ार मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई। खाद्य आपूर्ति मंत्री के मुताबिक़ इस बार गेहूं की आवक पिछले साल की तुलना में कम ही रहेगी. पिछले साल राज्य की मंडियों में ८७ लाख मीट्रिक टन गेहूं आया था. इस बार उम्मीद है की ६५ लाख मीट्रिक टन गेहु ही मंडियों में पहुंचेगा. मंत्री के मुताबिक़ जहाँ इस बार मौसम की मार ने गेहूं की पैदावार घटाई है वहीँ पडोसी राज्यों में गेहूं की कीमत ज्यादा होने की वजह से भी काफी गेहूं हरियाणा की बजे वहीँ की मंडियों में बिकेगा. जिस तरह की आशंका जताई जा रही है उससे लगता है की इस बार हरियाणा गेहूं उत्पादन में शायद नम्बर एक न बन पाए.