रतिया के वार्ड नं0 16 में बदहाली की जिंदगी जी रहा ये बुजुर्ग व्यक्ति विवाह-शादियों में जूठे बर्तन साफ़ करने पर मजबूर है। बता दे कि ये बुजुर्ग व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि देश की आज़ादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला स्वतंत्रता सेनानी राम सिंह है। लेकिन वक्त के तकाज़ा तो देखिए……ये स्वतंत्रता सेनानी अपना और अपने परिवार का पेट भरने के लिए जूठे बर्तन मांजने पर मजबूर है। स्वतंत्रता सेनानी राम सिंह की मदद के लिए आगे आए रतिया के नगर पार्षदों का कहना है कि ये बेहद शर्म की बात है कि एक स्वतंत्रता सेनानी सुविधाओं के अभाव में जूठे बर्तन मांजने पर मजबूर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई सरकारे आकर चली गई, लेकिन इस स्वतंत्रता सेनानी की बद्दतर जिंदगी और आर्थिक स्थिति की सूध अबतक किसी ने नहीं ली है। वहीं नगर पार्षदों ने स्वतंत्रता सेनानी रामसिंह को सम्मान दिलाने और बेहतर सुविधाएं देने के लिए सूबे की सरकार से अपील की है।

 

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