रादौर के बीस वार्डों की सफाई का जिम्मा महज पांच सफाई कर्मचारियों पर है, लिहाजा पूरे रादौर में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। आलम ये है कि जहां नजर डालों वहीं गंदगी के ढेर हैं। जहां नजर डालो गंदगी ही गंदगी….रादौर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से लचर है…..रिहायशी इलाकों में गंदगी पसरी हुई है….जो बड़ी बीमारी को खुलेआम दावत दे रही है।…गंदगी से पटे इस शहर में स्थानीय लोगों का सड़क पर निकलना दूभर हो गया है। आलम ये है कि स्कूलों के सामने भी गंदगी के ढेर लगे हैं लिहाजा बच्चों का वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों की माने तो अब तक वो कई दफा संबंधित विभाग के अधिकारियों से शहर की साफ सफाई को लेकर गुहार लगा चुके हैं लेकिन उनकी किसी ने सुध नहीं ली। वहीं इस बारे में जब पंचायत अधिकारी से बात की गई तो वो भी कम कर्मचारियों का राग अलापते नजर आए। रादौर शहर के लोग अर्से से गंदगी की समस्या से जूझ रहे हैं, कई बार अधिकारियों से गुहार भी लगाई गई लेकिन शहर के हालात नहीं बदले।……विभाग कम कर्मचारियों का रोना रो रहा है और सिर्फ कोरे आश्वासन ही स्थानीय लोगों को दे रहा है।