रोहतक ज़िले की  सुनारिया जेल… एक बार फिर सुर्खियों में है। जेल में क़ैदियों से एक बार फिर मोबाइल फ़ोन मिले हैं। इस बार मोबाइल फ़ोन्स की संख्या चार और सिम कार्ड की संख्या पांच बताई जा रही है। जिन क़ैदियों के पास ये फ़ोन मिले हैं… वे सभी हत्या जैसे संगीन जुर्म में सज़ा काट रहे हैं। इनमें से एक विचाराधीन क़ैदी सुनील गोहाना में केबल ऑपरेटर की हत्या का आरोपी है। अब पुलिस इन कैदियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर मोबाइल फोन के बारे में पूछताछ करेगी। दरअसल, पुलिस को ख़बर मिली थी कि सुनारिया जेल में कुछ क़ैदी मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी आधार पर पुलिस ने डीएसपी की अगुआई में एक टीम बनाई गई और जेल में चैकिंग अभियान चलाया। रोहतक की इस जेल में क़ैदियों के पास से मोबाइल फ़ोन मिलना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई दफ़ा क़ैदियों से मोबाइल फोन मिल चुके हैं। ऐसे में सवाल ये उठते हैं… कि आख़िर ये मोबाइल फ़ोन्स क़ैदियों तक पहुंचते कैसे हैं… क्या जेल प्रशासन की क़ैदियों से मिलीभगत है या फिर जेल में आने वालों की कोई ख़ास चैकिंग नहीं की जाती। वजह चाहे कुछ भी हो… जेल में क़ैदियों से मोबाइल फ़ोन मिलना… जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर बट्टा ज़रूर लगाता है।

By admin