पूंडरी के पबनावा अंतरजातीय विवाह मामले के जख़्म अब भी हरे हैं। पूरा गांव सुनसान पड़ा है। घरों में ताले लटके हैं… और दूर-दूर तक कोई भी शख़्स दिखाई नहीं देता। तेरह अप्रैल की रात दो समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद गांव छोड़कर गए सौ से ज़्यादा दलित परिवारों में से अब तक सिर्फ दो ही परिवार गांव लौटे हैं। दिल पर पत्थर रखकर जो दलित परिवार गांव लौटे हैं… उन्हें भी तरह-तरह की धमकियां मिल रही हैं।