रानियां के नजदीक से बहने वाली घग्घर नदी में इन दिनों फैक्ट्रियों का कैमिकल युक्त पानी बह रहा है । इस इलाके के काफी किसान घग्घर के पानी पर निर्भर हैं। ऐसे में किसान अगर इस नदी के इस पानी से सिंचाई करते हैं तो उनकी जमीन की उर्वरक शक्ति कम होती है साथ ही चमड़ी के रोग भी हो जाते हैं। किसानों ने मांग की है कि उन फैक्ट्रियों पर रोक लगाई जाए जो कैमिकल युक्त पानी घग्घर में छोड़ते हैं। सिरसा घग्घर का आखरी पड़ाव है। यहां तक आते आते ये नदी दम तोड़ने लगती है। नदी में पानी तो आता है लेकिन वो बहुत दुषित होता है। नदी को मानों अपने हाल पर छोड़ दिया गया हो। सफाई नहीं होने की वजह से नदी गंदे पानी का तालाब बनकर रह गयी है। इसमें फैंके गये कूड़े करकट ने नदी के बहाव पर रोक लगा दी है। नदी में जो थोड़ा बहोत पानी दिखाई पड़ता है वो भी काला हो चुका है। मजबूरी में जो लोग इस पानी का इस्तेमाल करते हैं उन्हें बीमारियां अपनी गिरफ्त में ले लेती हैं। डॉक्टर खुद बताते हैं कि इस पानी का इस्तेमाल करने वाले लोग कितनी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं।