मेडिकल स्टोर की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर पानीपत में कम ही देखने को मिला। यहां दुकाने बंद करवाने के लिए एसोसिएशन दो धड़ों में बंट गई। दरअसल दोनों गुट ही नई ड्रग पॉलिसी के विरोध में हैं लेकिन दोनों ये नहीं चाहते कि दुकानें बंद कराकर या खुलवाकर श्रेय कोई दूसरा ले जाए। दुकाने बंद करवाने के लिए मक्कड़ पक्ष पहुंचा तो ज़रूर, लेकिन कादियान पक्ष दुकानें खुलवाने पर अड़ा रहा। इसके चलते इस हड़ताल का असर पानीपत में मिला जुला रहा।