प्रदेश सरकार ने बच्चों की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। यहां तक की बच्चों के लिए मुफ्त किताबों की भी व्यवस्था की गई है। लेकिन प्रदेश में कुछ जगहों पर बच्चों को पढ़ने के लिए किताबें मुहैया नहीं हुई। इंद्री में बच्चों को स्कूलों में पढ़ाई के बजाए खेल-कूद अपना समय बिताना पड़ रहा है। वहीं इस मसले पर जब जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि एक से पांचवी तक की जनरल सब्जेक्ट की किताबें आ गई है लेकिन स्लेबस की किताबें अभी छपी नहीं है। वो किताबें बाद में आएंगी।