अन्तरिक्ष परी कल्पना चावला की गुरु दक्षिणा टैगोर स्कूल के छात्रों के लिए वरदान साबित हुई.. जिसके वजह से इस स्कूल के दो छात्रों को हर साल नासा जाकर अन्तरिक्ष की गूढ पहेली को समझने का मौका मिलता है ! इस साल भी स्कूल के दो बच्चों ईशा और वरुण शुक्ला का नासा जाने के लिए चयन किया गया है और नासा की और से उन्हें अपने यहाँ आने का औपचारिक आमन्त्रण भी मिल गया है। वही नासा जाने वाले बच्चों ईशा और वरुण ने बताया की उन्हें नासा जाने पर ख़ुशी है और इसके माध्यम से वे अपने सपनों को साकार करने का प्रयास करेंगे । उन्होंने कल्पना को अपना आदर्श बताते हुए कहा की उनके कारण ही आज उनका और स्कूल का नाम विश्व मानचित्र पर आया है