पूरे प्रदेश में पारा आसमान छू रहा है। गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। गर्मी के अलावा गर्म हवाओं ने लोगों का घर से निकलना दूभर कर दिया है। रविवार को भी लोगों को गर्म हवाओं के थपेड़ों का सामना करना पड़ा। हालांकि मौसम विभाग ने 26 मई के बाद गर्मी से थोड़ी राहत मिलने की संभावना जताई है। इन दिनों भीषण गर्मी के साथ गर्म हवाएं भी कहर ढा रही हैं… तपती गर्मी के इस प्रकोप ने जहां प्रदेश वासियों को घरों में क़ैद रहने पर मजबूर कर दिया है… वहीं बाहर निकलने वाले लोग सूरज के कहर से बचने के लिए तमाम तरह के इंतज़ाम कर रहे हैं। घरौंडा में लोग गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए गन्ने का जूस, निंबू पानी, नारियल पानी, शिकंजी, लस्सी का सहारा लेते दिखे… साथ ही लोग मुंह पर कपड़े या रूमाल का इस्तेमाल करते भी नज़र आए। अगर बात करें चरखी-दादरी की… तो दोपहर के बाजारों में सन्नाटा छाया रहता है। ….उधर, सिरसा में गर्मी के भीषण प्रकोप से फसले झुलसे लगी है…खासकर कपास की अंकुरित होने वाली फसल को काफी नुकसान हो रहा है…अगर गर्मी इसी तरह बढ़ती रही तो किसानों को कपास की बिजाई फिर से करनी पड़ सकती है। वहीं हांसी में भयंकर गर्मी का असर इंसान के साथ-साथ फलों और सब्जियों पर भी देखने को मिल रहा है। मंडी में भी किसानों की खराब हुई फसल का कोई खऱीददार नहीं है। गर्मी के इस कहर के कारण आने वाले दिनों में औसत तापमान 45 डिग्री के पार गया तो मई में गर्मी के अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड भी टूट सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।