एक गांव ऐसा है जिसे पिछले सौ सालों से बिजली का इंतजार है,, पिछले सौ सालों से इस गांव में रोशनी जरूर आती है, लेकिन सिर्फ उन्हीं के यहां,, जो सोलर का खर्चा सहन कर सकते हैं। वो तो आज भी अंधेरे में जीने को मजबूर हैं,,जो गरीबी के सताए हुए हैं। दरअसल इस गांव को हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसे होने की सजा मिल रही है। गांव उत्तर प्रदेश का है,,लेकिन यूपी यहां बिजली पहुंचना संभव नहीं है,, और हरियाणा निगम बिजली देना नहीं चाहता,,,, दरअसल यमुनानगर के पास बसे डीका गांव में पिछले सौ सालों से बिजली नहीं है और यमुनानगर बिजली निगम को एक दिन पहले खबर मिली है। अफसोस तो इस बात का है खबर मिलने के बाद भी कोई गारंटी नहीं कि इस गांव को बिजली मिल ही जाएगी ।गांव यूपी का है और यमुनानगर के पास बसा है तो इसमें गांव के लोगों का क्या कसूर,, आखिर हरियाणा से क्यों नहीं मिल रही बिजली,, सवाल ये भी है कि जब यूपी इस गांव तक बिजली नहीं पहुंचा सकता तो उसने हरियाणा सरकार से क्यों नहीं की इस गांव में रोशनी लाने की अपील।