धार्मिक ग्रंथ को जलाने की धमकी देने के आरोप में फंसे बाबा प्यारा सिंह भनीयारावाला को अंबाला कोर्ट ने बरी कर दिया है। बचाव पक्ष के वकील ने अकाली सरकार पर झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया है। वकील ने बाबा के बरी होने के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि पुलिस इस मामले में कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई। इस वजह से बाबा को बरी कर दिया गया। बाबा प्यारा सिंह भनीयारावाला के ख़िलाफ़ अट्ठारह अप्रैल 2002 को रोपड़ के नूरपुर थाने में मामला दर्ज किया गया था।

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