यमुना नदी के उफान से आई बर्बादी की बाढ़ तो अब लगभग शांत हो गई है… लेकिन महंगाई अब आग उगलने लग गई है। यमुनानगर से लेकर पलवल तक फसलों और सब्जियों को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया। नतीजन सब्जियों के भाव आसमान पर है। एक तो बाढ़ ने पहले से ही मारा… उपर से महंगाई की मार…. कुछ ऐसा ही हाल है पलवल में। बाढ़ की वजह से सब कुछ खत्म हो गया। क्या सब्जियां, क्या फसलें.. कुछ नहीं बचा… बर्बादी की इस बाढ़ ने आम आदमी के सिर पर महगांई का बोझ और डाल दिया। सब्जियों के दामों में दोगुना उछाल है। पलवल जिले में आस पास के क्षेत्रों में लगाई सब्जियां बाढ़ में तबाह हो गई। जिसकी वजह से शहर में दूसरे प्रदेशों से सब्जियां लाकर बेची जा रही है। लिहाजा दामों में बढोत्तरी होना लाजमी है।