एक वक़त था जब हथीन के किसान पानी की कमी से परेशान थे। किसान उन फ़सलों की कम ही खेती करते थे.. जिनसे पानी की खप्त ज्यादा होती थी। लेकिन अब यहां के किसान काफ़ी खुश हैं। जहां पहले हथीन के इलाके में सब्जियों की खेती बहुत कम करते थे। अब वहीं किसान ड्रिप प्रणाली से पानी की कम खपत कर बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि इस विधी से सब्जियों का उत्पादन भी दोगुना हुआ है और बाज़ार में ज्यादा कीमत मिलने से कम लागत में उन्हें ज्यादा मुनाफा हो रहा है। इस प्रणाली से किसानों को जहां बाज़ार में अच्छे दाम मिलने से ज्यादा फायदा हो रहा है। वहीं किसानों को इस प्रणाली के इस्तेमाल पर सरकार सब्सिडी दे रही है। किसान ड्रिप तकनीक से खुशहाल हो रहे हैं। इस तकनीक से किसानों को कई फायदे हो रहे हैं.. जहां, किसानों की लागत में कमी आई है….. उत्पादन दोगुना हुआ है…. बाज़ार में अच्छे दाम मिल रहे हैं, साथ ही इस प्रणाली से खेती पर सरकार सब्सिडी दे रही है। यानि की किसानों के खेतों के साथ-साथ उनके घरों में हरियाली और खुशहाली की बयार बह रही है।