करनाल के तरावड़ी के किसान राइस मिल में हरियाणा एग्रो एजेंसी की रखरखाव में लापरवाही के कारण करीब तीन लाख कट्टे गेहूं सड़ चुका है। तरावड़ी के किसान राइस मिल में सड़ रहे ये गेहूं के कट्टे.. सरकारी खरीद एजेंसी हरियाणा एग्रो की लापरवाही के कारण… इस कगार पर पहुंचे गए हैं… साल 2011 में करीब तेइस करोड़ रुपए में सरकारी खरीद एजेंसी हरियाणा एग्रो ने इसे किसानों से खरीदा था… जगह की कमी की वजह से इन्हें तरावड़ी के किसान राइस मिल में रखवा दिया गया था.. ये गेहूं के कट्टे एफसीआई के गोदाम ने रखा जाना था… लेकिन सरकारी खरीद एजेंसी की अनदेखी की वजह से गेहूं सड़कर जहर बन चुके है। वहीं.. इस बाबत जब हरियाणा एग्रो एजेंसी के डीएम सुरेश कुमार से बात की गई तो वो पूरे मामले पर अपनी सफाई देते दिखाई दिए..।देश में करोड़ों लोगों को दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो पाती… वहां तीन लाख गेहूं से भरे कट्टे.. खुले आसमान में.. बरसात को भेंट चढ़ने को तैयार हैं। अब देखना ये है कि कब ये कट्टे यहां से उठाए जाएंगे.. जिससे जो बचा हुआ गेहूं है.. उसका तो सही इस्तेमाल हो सके।