प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए स्कूलों में आयरन की गोलियां देने का चलन शुरू किया गया था, हालांकि इन आयरन की गोलियों से जहां बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होना चाहिए, वहीं उनके स्वास्थ्य में दिन प्रतिदिन गिरावट आ रही है
सरकारी स्कुलों मे आयरन की गोलियां बच्चों को दीं तो इसलिए गई थी कि उनकी सेहत में सुधार हो सके,लेकिन वो तकलीफदेह साबित हो रही हैं, प्रदेश के अलग अलग जिलों में आयरन की गोलियां लेने से 500 से ज्यादा स्कूली बच्चे बीमार हो गए हैं।