मंहगाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। अभी लोग डीजल और पैट्रोल की कीमतों के बढ़ने का भार झेल ही नहीं पा रहे थे कि अब सब्जियों के दामों ने आग उगल रखी है। हरी सब्जियां तो मानों आम आदमी की थाली से दूर होती जा रही है।
मंहगाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। अभी लोग डीजल और पैट्रोल की कीमतों के बढ़ने का भार झेल ही नहीं पा रहे थे कि अब सब्जियों के दामों ने आग उगल रखी है। हरी सब्जियां तो मानों आम आदमी की थाली से दूर होती जा रही है।