करनाल की अनाज मंडी में हजारों टन गेहूं बारिश के कारण भीग गया। जिससे अनाज मंडी में पड़ा हजारों टन गेहूं खराब हो गया ।बारिश में भीग कर खराब हो चुके गेहूं को अब सरकार गरीबों में बाटनें की तैयारी में है। देश भर में किसानो का सोना आज सड़ने की कगार पर पहुँच चुका है और इसी अनाज को सरकार खाद्य सुरक्षा कानून के तहत डिपो के माध्यम से गरीब आदमी तक पहुँचाएगी! जिस अनाज को देश का किसान अपना खून पसीना बहाकर सरकार तक पंहुचाता है उसका अंजाम क्या हो रहा है ये करनाल में सरेआम देखा जा सकता है। खाद्य सुरक्षा योजना को लेकर विपक्ष भी सरकार पर निशाना साध रहा है। सरकार ने आम जनता को भोजन की गारंटी तो दे दी लेकिन भोजन का राशन कैसा होगा,, करनाल में इसकी एक बानगी देख को मिली है। जिस अनाज को कोई जानवर तक न खाए,,वो अनाज प्रदेश की जनता की हलक से नीचे कैसे उतरेगा।