जगाधरी का बिजली विभाग अब हरकत में आ गया है। दरअसल उपभोक्ताओं पर निगम के करोड़ों रुपए बकाया थे, उस बकाया बिल को वो जमा नही करवा रहे थे। आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में चार लाख से अधिक ऐसे अपभोक्ता हैं जिनका बिल बकाया है।निगम ने जब पड़ताल की तो इसमें अपने कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही पाई गयी। ऐसे में निगम के उच्च अधिकारियों ने एक पत्र जारी किया कि अगर निगम अपभोक्ताओं से पैसे वसूल नहीं कर पाए तो निगम के अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई होगी और बिल की बकाय़ा राशी उनके वेतन से काटी जाएगी।इसी को देखते हुए निगम ने यमुनानगर से एक माह में ही 34 करोड़ की लेनदारी में से 10 करोड़ रुपए निगम के खाते में लोगों से जमा करवा दिए। इसके साथ ही अधिकारियों ने बची हुई राशि भी दिसंबर तक लोगों से वसूल किए जाने का दावा किया है।

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