क्रिकेट के भगवान, रिकार्डस के बादशाह, मास्टर बलास्टर, भारत की रन मशीन यानि जितने मुंह उतने नाम…जी हां ये नाम मिले क्रिकेट के महानायक सचिन तेंदुलकर को, चौबीस साल तक क्रिकेट की दुनिया में जिस सचिन के नाम की धूम रही मुंबई टेस्ट मैच के बाद उस सचिन ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया….उनके आखिरी मैच में टीम इंडिया ने जीत का शानदार तोहफा उन्हें पेश किया….भारत की जीत के बाद मैदान से बाहर की ओर जाते सचिन की आंखे छलक आई…बढ़ रहे थे….आंखों में आंसू थे…विदाई के इस मौके पर हर कोई भावुक था यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा था कि क्रिकेट अब बिन सचिन के होगा, ….मैदान पर अब सचिन कभी खेलने नहीं उतरेंगे…. चारों ओर सचिन सचिन की गूंज थी….मैदान से निकलते वक्त भारतीय टीम ने सचिन को गार्ड ऑफ आनर दिया और सचिन ने दर्शकों और साथियों का सम्मान स्वीकार किया। विदाई के इस खास मौके पर सचिन ने अपने पिता को याद किया। सचिन ने चौबीस साल तक जो क्रिकेट की सेवा की उसके लिए उनके परिवार ने जो उनके लिए त्याग किया उसका शुक्रिया अदा किया। सचिन ने अपने मोटिवेशन के लिए फैंस का भी शुक्रिया किया। सचिन का आखरी प्रजेंटेशन बेहद जज्बाती रहा…दर्शक, खिलाडी, कमेंटेटर्स सभी की आंखों में आंसू थे….सचिन के हाथ में माइक आते ही……पूरे स्टेडियम में सचिन का नाम ही गूंजने लगा।
क्रिकेट के महानायक सचिन तेंदुलकर को देश का सबसे बड़ा सम्मान दिया जाएगा। अगले साल 26 जनवरी सचिन को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। वहीं क्रिकेट अब बिना सचिन के होगा….स्टेडियम में अब सचिन सचिन की गूंज सुनाई नहीं देगी….यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा हो…लेकिन ये सच है….मुंबई टैस्ट मैच खत्म होने के साथ ही सचिन की क्रिकेट से विदाई हो गई…सचिन की विदाई का रह लम्हा बेहद ही जज्बाती रहा…सचिन की आंखें तो भीगी ही रहीं, साथ ही क्या खिलाड़ी, क्या कमेंटेटर और क्या दर्शक सब भावुक नजर आए।