कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की एग्जुकेटिव कांउसिल ने निर्माण शाखा में चार साल से कार्यरत X.E.N अशोक मलिक को बर्खास्त कर दिया गया है। कांउसिल ने ये फैसला केयू के ही निर्माण शाखा में कार्यरत एक अन्य अधिकारी बिजेन्द्र सिंह दहिया की शिकायत के आधार पर किया है। दहिया ने अशोक मलिक की नियुक्ति पर सवाल खड़ा किया था… कि उनकी नियुक्ति मानकों को दरकिनार करके की है। दरअसल, 2009 में इस पद के लिए दस साल का अनुभव मांगा गया था, जबकि जांच में पाया गया है कि अशोक मलिक के पास दस साल अनुभव ही नहीं है, जिसके आधार पर उन्हें अब बर्खास्त कर दिया गया। वहीं बर्खास्त अशोक मलिक ने अपने उपर लगे इस आरोप को सिरे से नकारते हुए, कांउसिल के इस फैसले को असंवैधानिक करार दिया हैं। वहीं, इस फैसले का केयू के गैर-शिक्षक संघ ने भी बहिष्कार किया है और अशोक मलिक की दोबारा बहाली की मांग की है। साथ ही उन्होंने केयू प्रशासन को ये चेतावनी भी दी है कि अगर एक हफ्ते के अंदर अशोक मलिक को बहाल नहीं किया गया तो वे आंदोलन कर देंगे।