घरौंडा के मनौली गांव में एक कलयुगी पिता ने अपनी नाबालिग बच्ची को चंद रूपयों के लालच में बेच दिया। पिता सूकाराम को जुआ खेलने की पूरानी आदत थी और जुए में पैसों के लिए इसने अपनी नाबालिग का सौदा साथ के गांव में कर दिया। उन लोगों ने करीब एक महीने तक नाबालिग से घर के काम और मजदूरी करवाई। करीब एक महीने तक बच्ची को अपने घर पर रखने के बाद उन लोगों ने नाबालिग को करनाल के एक चौंक पर छोड़ दिया और फरार हो गए। नाबालिग भटकते हुए गांव अमृतपूर पहुंच गई, जहां पर बच्ची किसी व्यक्ति के घर में दो दिन तक रही, उसके बाद बच्ची वहां से निकलकर तारपूर डेरे पर पहुंची। जहां पर डेरे के मालिक ने इसकी सूचना गांव अराईपूरा के सरपंच अजय राणा को दी । उसके बाद ग्रामीणों को लेकर लड़की के साथ घरौंडा थाना पहुंच गया और पूरे मामले की जानकारी चाईल्ड हेल्पलाईन पर भी दी। डेरा मालिक की शिकायत पर पुलिस ने लड़की के पिता और खरीददार के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।