कुरूक्षेत्र में इन दिनों राष्ट्रीय ध्वज को लेकर सियासत शुरू हो चुकी है। राष्ट्रीय ध्वज पर खर्च को लेकर बीजेपी नेताओं ने कुरूक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल को घेरा है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय ध्वज का खर्च तो कुरूक्षेत्र डेवलेपमेंट बोर्ड उठाता है लेकिन उसका श्रेय नवीन जिंदल ले रहे हैं। बीजेपी जिलाध्यक्ष धूमन सिंह ने आरटीआई के तहत जानकारी हासिल की है जिसमें ये कहा गया है कि साल 2005 से लेकर 30 सितंबर 2013 तक राष्ट्रीय ध्वंज के लिए सांसद ने कोई ग्रांट नहीं दी है। वहीं केडीबी के सीईओ सतबीर कुंडू ने ये भी माना है कि झंडो का खर्च केडीबी वहन करता है और उनके रख रखाव का जिम्मा भी केडीबी के पास है। जब उनसे पूछा गया कि केडीबी को सांसद ने कोई ग्रांट दी है या नहीं,,,,तो उनका जवाब कुछ इस तरह से था। शाहबाद से कांग्रेस विधायक अनिल धंतोड़ी भी ये मानते हैं कि राष्ट्रीय ध्वज का खर्च उसी संस्था को उठाना चाहिए जिसने झंडा लगाया है। बीजेपी जिलाध्यक्ष के मुताबिक आरटीआई में ये बात भी सामने आई है कि कुरुक्षेत्र ब्रहमसरोवर पर जो तिरंगा झंडा लगा है उसकी उंचाई 63 मीटर है। और उसके रख रखाव का खर्च हर महीने दो हजार रुपये आता है। यहां पर ये 14वां झंडा लगाया गया है और एक झंडे की कीमत 50 हजार रुपये है। यानि सिर्फ ब्रहमसरोवर पर ही जो झंडे लगाए गए हैं उन पर 6 लाख 65हजार 338 रुपये का खर्च आ चुका है। आरटीआई के खुलासे के बाद ये सवाल उठने लगे हैं कि जब झंडों का खर्च केडीबी वहन करता है तो फिर इसका श्रेय नवीन जिंदल की संस्था फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया को क्यों।

By admin