टमाटर… जिसका आजतक का रिकार्ड है कि दिसंबर महीने में सिर्फ दस रूपए से लेकर 15 रूपए किलो से ज्यादा नहीं बिका करता था… लेकिन, इस साल टमाटर के दाम ऐसे चढ़े कि उतरने का नाम नहीं ले रहे हैं… फरीदाबाद की सब्जी मंडी में सब्जी खरीदे आये लोगों ने बताया कि टमाटर की कीमत अभी भी ऊंची रहने के कारण के कारण उनकी रसोई का बजट तो बिगड़ ही गया है… साथ ही टमाटर के बिना सब्जियां भी बेस्वाद लग रही हैं। सब्जी विक्रेताओं की मानें तो टमाटर की अभी देसी फसल नहीं आई है… और जो टमाटर आ रहा है, वो बड़ी मंडियों से ही मंहगा मिल रहा है… लेकिन, टमाटर पिछले सालों के मुकाबले इस मंहगा ही बिक रहा है। दरअसल, पिछले दिनों टमाटर से लेकर प्याज और आलू और दूसरी सब्जियों के दामों में अचानक इतना उछाल आया कि ये सब्जियां आम आदमी की थाली से जैसे गायब हो गई… दालें तो पहले से आम आदमी की पंहुच से बहार थी… अब सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी से लोग परेशान हैं कि आखिर खाये तो क्या खायें।