कोसली क्षेत्र में बीपीएल परिवारों को उनका हक नहीं मिल रहा है, इंदिरा गांधी आवास योजना के तहत बने मकान उन परिवारों को नसीब नहीं हो रहे हैं जिनका उन पर हक है जबकि अधिकारियों की मिलीभगत से इन आवासों को फायदा अपात्र लोग ही उठा रहे हैं। कोसली में… जहां करीब 3 सालों से सैंकड़ों परिवार इंदिरा आवास योजना के लाभ से वंचित है।
कहीं पर आलिशान मकान.. तो कहीं पर टूटी दिवारें…कहीं पर छत नहीं तो कहीं पर मकनों में बनीं मजिलों की गिनती नहीं…कहीं पर पेमेंट डबल तो कहीं पर पेमेंट ही नहीं….नजारे दो लेकिन कहानी एक..जी हां कोसली में कई बीपीएल परिवारों को करीब तीन सालों से अपने मकान बनाने के लिए पूरी किश्तें नहीं मिली हैं। वहीं दूसरी ओर कहीं पर कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें ये तक याद नहीं कि आखिर कितनी किश्तों ने उनके लिए एक आलिशान मकान बनवा दिया। वहीं इस बाबत जब एसडीएम साहब से बात की गई तो उनका कहना है कि इस बारे में उन्हें एक पत्र मिला है… जिसपर वे बीडीओ के जवाब के बाद ही कार्रवाही करेंगे। एसडीएम साहब ने तो बीडीओ पर सारा दारोमदार डाल दिया लेकिन ये कोई पहली बार नहीं हैं कि इस तरह की धांधली के बारे में इन अधिकारियों को शिकायत की गई है इससे पहले उपरोक्त भ्रष्टाचार का खुलासा संबधित विभाग के आइएएस निदेशक और ग्रामीण विकास विभाग हरियाणा के विशेष सचिव नितिन कुमार कर चुके हैं।उन्होंने जुलाई महीने में एक रिपोर्ट बनाई थी जो जांच के लिए भेजी गई है लेकिन आज तक उसका कोई जवाब नहीं आया। वहीं आला अधिकारियों का ढीला रवैया साफ तौर पर इंदिरा आवाय योजना में हुई सचिव और सरपंच की मिलीभगत की ओर ईशारा कर रहा है।