नौ साल की उम्र में आंखों की रौशनी खो देने वाली नारनौल की नूपुर को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रोल मॉडल वूमेन अवार्ड से नवाजा है। अवार्ड मिलने के बाद नूपुर नारनौल पहुंची और एवन तहलका को अपने संघर्ष की कहानी बताई। महज नौ साल की उम्र में ब्रेन टीबी बीमारी ने नूपुर की आंखों की रौशनी छीन ली, पूरे परिवार पर मानों आफत टूट पड़ी, लेकिन नूपुर ने हौसला नहीं हारा….दिक्कतें जरुर आईं पर हार नहीं मानी…ब्रेल लिपि, ऑडियो रिकार्डिंग की मदद से पढाई जारी रखी. नूपुर ने टाटा इंस्टीट्यूट से मानव संसाधन प्रबंधन में पढ़ाई की, आज वो बैंगलुरु में विप्रो कंपनी में मानव संसाधन विंग में अच्छे सैलरी पैकेज पर असिस्टेंट मैनेजर हैं. मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नुपुर को रोल मॉडल वूमेन आवार्ड से नवाजा। नूपुर को मिले इस अवार्ड पर पूरे परिवार को नाज है, नुपुर की मां ने बताया कि उन्होंने कभी अपनी बेटी को बेटा से कमतर नही आंका, उन्होंने समाज से भी लड़कियों के साथ भेदभाव ना करने की गुजारिश की है। निशक्त को अपनाने में अक्सर हमारा समाज हिचकिचाता है, लेकिन नूपुर को देख समाज को भी सीख लेने चाहिए और उन लोगों को भी जो जरा सी कठिन परिस्थितियों में हार मान जाते हैं…कभी अपनी लाडली की आंखों की रोशनी खोने से सदमें में पहुंचा ये परिवार आज बेटी की उपलब्धियों पर फक्र महसूस कर रहा है।