यमुनानगर में एक मां को अपने बच्चे की मौत के दो साल बाद इंसाफ की उम्मीद जगी है। बच्चा एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था। उसे किसी बात को लेकर जुर्माना लगा दिया गया। जब बच्चे ने जुर्माना नहीं जमा करवाया तो उसे स्कूल से निकाल दिया गया। इसके बाद बच्चे ने खुद को आग लगा ली थी। दो साल बाद हाई कोर्ट के आदेश पर इस मामले की जांच शुरू हुई है।