मंडी आदमपुर के पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में पेड़ो की छंटाई करने का काम चल रहा था,लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन पेड़ों की सिर्फ छंटाई ही नहीं, बल्कि करीब पांच सौ पेड़ जड़ से काट दिये गये हैं,, वो भी बिना किसी सरकारी अनुमति के…. इसी के चलते समाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने यहां के तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपा और इस पूरे मामले की जांच गंभीरता से करवाने की मांग भी की। जब इस मामले में लोक निर्माण विभाग के जेई से पूछा गया उनका कहना है था कि रेस्ट हाउस में वीआईपी लोगों का आना-जाना होता रहता है… और उनकी सुरक्षा के लिहाज से इन पेड़ों को काटना पड़ता है… पूछने पर ये भी बताया कि उनके पास पेड़ काटने की अनुमति तो नहीं थी, और उन्होंने तो सिर्फ पेड़ो की छंटाई ही की है। पेड़ो की अवैध कटाई का ये कोई पहला मामला नहीं है… इससे पहले भी पार्कों और खाली पड़ी जगहों पर,,, सर्दी का बहाना बनाकर सैकड़ों की संख्या में पेड़ काटने के मामले कई जगहों से सामने आ चुके हैं… लेकिन, ऐसे मामलों में पर लगाम लगने की बजाये ये दिन ब दिन बढ़ रहे हैं… जिससे सरकार को तो चूना लग ही रहा है साथ ही हमारे पर्यावरण के लिए भी खतरे की घंटी है।

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