प्रदेश में कोहरे की सफेद चादर फिर से फैल गई है। कोहरे ने ना ही पहियों की रफ्तार को थमा दिया है बल्कि आम जन जीवन पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है।प्रदेश के कई हिस्सों में कोहरे के प्रकोप ने तापमान में भी गिरावट ला दी है। पिछले कई दिनों से पड़ रहे जबरजस्त कोहरे ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। कोहरे की वजह से जहां किसानों की नींद हराम कर दी है वहीं घर से निकलने वालों लोगों के लिए भी कोहरा मुसीबत बन गया है। वाहन चालकों को सडक हादसों का खतरा बना रहता है। विजिविलिटी दिन ब दिन कम होती जा रही है।गाड़ियों के पहिए और आम जन जीवन थम सा गया है।पाले की वजह से सबजी की फसलों पर भी खासा असर देखने को मिला है। किसानों का कहना है कि कोहरा गेंहू कि फसल के लिये तो ठीक है, लेकिन सरसों की फसल को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है।
कोहरे का असर यातायात पर भी देखने को मिल रहा है।लोगों को घंटों ट्रेनों की इंतजार करना पड़ता है। कोहरे की वजह से सहारनपुर,अम्बाला-कुरुक्षेत्र,अम्बाला-नंगल डैम और अम्बाला से निजामुद्दीन जाने वाली आठ पसेंजर गाड़ियाँ 16 जनवरी से 24 जनवरी तक रहेगी रद्द कर दी गई हैं।फोगी मौसम के चलते उत्तर रेलवे ने ये फैसला लिया है।कालका मेल,ऊंचाहार,साईं नगर,छतीसगढ़,मूरी,अर्चना,गरीब रथ,आम्रपाली,मालवा,दुर्ग जम्मू समय करीब दो दर्जन एक्सप्रेस गाडिया घंटो देरी से चल रही है।कोहरे की वजह से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।