हरियाणा की दो राज्यसभा सीटों के लिए सात फरवरी को चुनाव होगा। इस चुनाव के लिए 21 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी की जाएगी। इस बार एक सीट कांग्रेस और एक सीट इनेलो के खाते में जाना लगभग तय है। हालांकि इस एक सीट के लिए कांग्रेस में सीएम और सैलजा गुट एक बार फिर आमने-सामने हो सकता है। हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटें खाली हो रही हैं। इन दोनों सीटों के लिए सात फरवरी को चुनाव होगा जिसकी अधिसूचना 21 जनवरी को जारी कर दी जाएगी। फिलहाल इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के डा. रामप्रकाश और ईश्वर सिंह काबिज हैं लेकिन वोटों के गणित में इस बार एक सीट कांग्रेस के हाथ से निकल रही है। इन दो सीटों को लेकर कांग्रेस 21 जनवरी को होने वाली प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में उम्मीद्वारों के नामों पर चर्चा करेगी। चर्चाओं पर यकीन करें तो चुनावी वर्ष में वोट बैंक के लिहाज से कांग्रेस खाली होने वाली एक सीट पर दलित समाज को ही प्रतिनिधित्व देने के मूड में है। माना जा रहा है कि सैलजा ने ईश्वर सिंह की दूसरी पारी के लिए पूरी लॉबिंग शुरू कर दी है। वहीं मुख्यमंत्री किसी भी तरह से ईश्वर सिंह के नाम पर सहमत नहीं हो सकते हैं क्योंकि ईश्वर सिंह लंबे समय से प्रदेश सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। खबर है कि मुख्यमंत्री की ओर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना का नाम आगे किया जा सकता है जबकि दलित नेता के तौर पर पूर्व मंत्री राजकुमार वाल्मीकि भी पक्की दावेदारी जता रहे हैं। कांग्रेस का उम्मीरद्वार कौन होगा ये सवाल अभी बना हुआ है। उधर राज्यसभा चुनाव को लेकर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल ने भी अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

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