प्रदेश के पीएचडीधारक प्रदेश सरकार से खफा हैं। खफा सरकार के नए फैसले को लेकर हैं। दरअसल सरकार ने कॉलेजों में 1400 सहायक प्रोफेसर की भर्ती निकाली गई है, लेकिन प्रदेश सरकार ने इन पदों के लिए केवल नेट पास करने वालों को योग्य माना है। इन पदों के लिए पीएचडीधारकों को अयोग्य माना गया है। हरियाणा के कॉलेजों में एक हजार चार सौ सहायक प्रोफेसरों की भर्ती होने जा रही है। लेकिन प्रदेश सरकार के नए फैसले के मुताबिक इन पदों के लिए वही लोग आवेदन कर सकेंगे जो नेट पास कर चुके हैं। सरकार ने इन पदों के लिए पीएचडी को अयोग्य माना है। सरकार के इस फैसले को लेकर पीएचडीधारकों में काफी नाराजगी है। कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी के पीएचडीधारकों का कहना है कि पीएचडी किसी भी मायने में नेट से कम नहीं है। कुरुक्षेत्र विशवविधालय का शिक्षक संघ भी पीएचडी डिग्री धारकों के समर्थन में आ गया है। शिक्षक संघ ने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। बहरहाल सरकार के फैसले से प्रदेश भर के पीएचडीधारक खफा हैं। सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं लेकिन सवाल ये है कि क्या सरकार अपना फैसला वापस लेगी।