दिल्ली में 9 फरवरी से 11 गेस्ट टीचर्स अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हैं। इन गेस्ट टीचर्स को प्रदेशभर के गेस्ट टीचर्स का समर्थन भी मिल रहा है। बड़ी संख्या में गेस्ट टीचर्स दिल्ली भी पहुंचे और अनशनकारी अध्यापकों को समर्थन दिया। इसी बीच अनशनकारी 11 में से 10 गेस्ट टीचर्स पर बर्खास्तगी की गाज गिर गई। सरकार ने गेस्ट टीचर्स को ये संकेत देने की कोशिश की है कि सरकार सख्त फैसला लेने के मूड में है। इन अध्यापकों की बर्खास्तगी के ऑर्डर जिला शिक्षा अधिकारी को भेज दिये गए हैं। काबिलेगौर है कि 11 अतिथि अध्याापक पिछले 14 दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन पर बैठे हैं। शनिवार को इनमें से चार अतिथि अध्याापकों की हालत काफी बिगड गई थी जिसके बाद उन्हें राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। सिर्फ शनिवार ही नहीं पहले भी कई बार अतिथि अध्यापपकों की तबियत बिगड़ चुकी है। शनिवार को ही प्रदेशभर के अतिथि अध्यारपकों ने दिल्लीह में मुख्यचमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास का घेराव भी किया। इससे पहले भी प्रदेश भर के अतिथि अध्याकपको ने मुख्यममंत्री के आवास का घेराव किया था जिसके बाद सरकार की ओर से बैठक बुलाई थी। हालांकि इस बैठक में सरकार की ओर से अतिथि अध्यापक संघ के पूर्व प्रधान अरूण मलिक को बुलाए जाने पर अतिथि अध्या पकों ने इस बैठक का बहिष्काूर कर दिया था,,,और आंदोलन को तेज करने का फैसला लिया था।

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