कांग्रेस से नाराज होकर जिस मांगे राम ने हजकां का दामन थामा था,वो मांगे राम हजकां के साथ भी कुछ दिन का सफर ही तय कर पाए औऱ आखिरकार इनेलो में ये कहते हुए शामिल हो गए कि हजकां में जो सम्मान उनका होना चाहिए वो नही हो रहा है, साथ मांगे राम ने इनेलो के सच्चे सिपाही के तौर पर जनता की सेवा करने का दावा भी किया। इसी बीच कुलदीप बिश्नोई ने आज यानि( 6 अप्रैल) आधे घंटे मागेराम से मुलाकात की। आधे घंटे चली इस मुलाकात के मायने क्या थे,मुलाकात में क्या बात हुई….इन बातों पर कोई जवाब खुल कर नही मिल पाया क्योंकि इस बात पर हजकां नेताओं ने प्रतिक्रिया देने से ना सिर्फ मना कर दिया बल्कि इस बात से भी साफ मना कर दिया कि दोनो नेताओँ के बीच कोई मुलाकात भी हुई है। हालांकि मीडिया के कैमरे से कुलदीप बिश्नोई बच नही पाए।

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