नरवाना के बरटा गांव की लापता जेबीटी छात्रा का पुलिस अब तक कोई सुराग पता नहीं लगा पाई है। इससे गुस्साए बरटा गांव के लोगों ने बुधवार को प्रदर्शन तेज कर दिया। 24 घंटे का अल्टीमेटम खत्म होते ही ग्रामीणों ने शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ सभी सरकारी विभागों पर ताले जड़ दिए। आंदोलन की कमान मुख्य रूप से महिलाओं के हाथ रही। जबकि संघर्ष समिति पूरी स्थिति पर नजदीकी नजर बनाए रही। आक्रोश में आए प्रदर्शनकारी कैथल-टोहाना मार्ग पर धरने पर बैठ गए और जिला जींद पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंगलवार को ही ग्रामीणों ने महापंचायत कर जिला प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि इस समय अवधि में छात्रा का सुराग नहीं मिलता तो सभी बिरादरी न्याय की मांग को लेकर सडक़ों पर उतरेंगे। उन्होंने गांव से बाहर पढऩे वाले बच्चों को स्कूलों में ना भेजने का निर्णय लिया था। आपको बता दें कि 30 अप्रैल को लुहार बिरादरी की जेबीटी छात्रा मोनिया जिला करनाल के मोर माजरा स्थित कालेज में गई थी। लेकिन कालेज से निकलने के उपरांत वह घर नहीं पहुंची। परिवार के लोगों को जैसे ही बेटी के अपहरण की खबर मिली तो वे सन्न रह गए और उसकी तलाश में निकल लिए। 1 मई को कुरुक्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे की फूटेज में छात्रा को कुछ युवक एक गाड़ी में ले जाते दिखाई दिए थे। पहचान होने पर उनकी सूचना जींद जिले की गढ़ी चौंकी में दी गई थी।